उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला स्थित श्री नंगली बेला आश्रम में भारतीय रैडक्रास समिति हरियाणा राज्य शाखा, चण्डीगढ़ द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय जूनियर रैडक्रास सेमीनार में जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से व्यवहार सहायक, विद्यालयों से जेआरसी कांउसलर्स व जिला समन्वयक अधिकारी ने हरियाणा के 20 जिलों अम्बाला, फरीदाबाद, गुरूग्राम, रोहतक, हिसार, सोनीपत, नारनौल, कुरूक्षेत्रा, पानीपत, भिवानी, फतेहाबाद, करनाल, चरखी दादरी, कैथल, यमुनानगर, जीन्द, सिरसा, नूॅह, पलवल और झज्जर ने भाग लिया।
शिविर का विधिवत मुख्य अतिथि, डा. मुकेश अग्रवाल, महासचिव, भारतीय रैडक्रास सोसायटी, हरियाणा राज्य शाखा, चण्डीगढ ने सर जीन हेनरी डयुनान्ट, स्वामी विवेकानन्द और भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। डा. मुकेश अग्रवाल ने तीन दिवसीय सेमीनार के उदघाट्न समारोह में जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से व्यवहार सहायक, विद्यालयों से जेआरसी कांउसलर्स, जिला समन्वयक अधिकारी को सम्बोधित करते हुये कहा कि रैडक्रास विश्व का सबसे बड़ा सेवाभावी संगठन है। देश की सांस्कृतिक राजधानी में सेवा को संस्कार बनाने का संकल्प लें।
उन्होंने कहा कि हमें विश्व कल्याण के लिए इस संस्कार को मजबूत करने की आवश्यकता है। देश की सांस्कृतिक राजधानी हरिद्वार में भारतीय संस्कृति के अनेक ऐसे सूत्र हैं जो मानव को मानव की सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि वह रेडक्रॉस सोसाइटी का आजीवन सदस्य बनें तथा रेड क्रॉस के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करें। जेआरसी संगठन से जुड़कर मानव कल्याण करने के लिए प्रेरित हों। भावी भारत को विश्व में महत्वपूर्ण स्थान दिलाने के लिए बहुत आवश्यक है कि हम देश के युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ें। मानव कल्याण, श्रद्धा, विश्वास, बुजुर्गों की सेवा जैसे आदर्शों को अपने जीवन में लागू करें। रेड क्रॉस संगठन का मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता जैसे सिद्धांतों में विश्वास है। हमें प्रसन्नता है कि रेड क्रॉस हरियाणा ने सेवा और अन्य दूसरे सामाजिक कार्यों में पूरे भारत में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।
कहाकि यह एक ऐसा संगठन है जो संकुचित सिद्धांतों में विश्वास रखने की अपेक्षा सार्वभौमिक सिद्धांतों में विश्वास रखता है। वैश्विक शांति के लिए हमारे द्वारा किए जा रहे यह प्रयास अपने आप में अनूठे एवं अनुकरणीय हैं। सभी अध्याप अपने जिले में जेआरसी की गतिविधियों को चलाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के सम्पर्क में रहें और भारतीय रैडक्रास सोसायटी, हरियाणा राज्य शाखा, चण्डीगढ द्वारा जेआरसी फण्ड के माध्यम से पूरी सहायता की जायेंगी।
शिविर निदेशक, रामाशीष मण्डल ने मुख्य अतिथि का अभिन्नदन करते हुये सेमीनार में आयोजित की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि सेमीनार के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से व्यवहार सहायक, विधालयों से जेआरसी कांउसलर्स व जिला समन्वयक अधिकारी के साथ जेआरसी की गतिविधियों पर विचार विमर्ष किया गया। संयुक्त शिविर निदेशक, विनीत गाबा ने मुख्य अतिथि डा. मुकेश अग्रवाल का पहुंचने पर आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विनीत गाबा, संयुक्त शिविर निदेशक, सुमन बाला, अंजु शर्मा, कृष्ण कक्कड़, टेकचन्द यादव, देवेन्दर, सुमन कुमारी, अजीत सिंह, सुरज मोर्या, इन्द्रजीत, संदीप व दिनेश आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।