पंजाब की एक गोशाला में पिछले 17 वर्षों से नारायणबगड़ (चमोली) के राजेश लाल को बंधक बनाकर रखने का मामला सामने आया है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो मामले का खुलासा हुआ। वायरल वीडियो का प्रशासन ने संज्ञान लिया। बुधवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी थराली ने कौब (भुलियाड़ा) गांव पहुंचकर राजेश के परिजनों से मुलाकात कर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।
एनजीओ ने बुधवार को सोशल मीडिया पर चमोली जनपद के एक युवक का वीडियो प्रसारित किया। जिसमें उसे भैंसों के तबेले में बंधक बनाकर कार्य कराने के बारे में बताया गया। मानसिक रूप से परेशान राजेश लाल वीडियो में खुद को नारायणबगड़ निवासी बताकर मालिकों द्वारा अभद्र व्यवहार, मारपीट एवं गाली गलौज किए जाने की बात कह रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद डीएम के निर्देश पर उपजिलाधिकारी पंकज भट्ट राजेश लाल के घर पहुंचे। जहां उनकी भाभी और बहन ने बताया कि राजेश वर्ष 2008 में नौकरी की तलाश में पंजाब गए थे।
कुछ समय तक उनकी बात हुई, फिर वर्ष 2010 से बात होना बंद हो गई। प्रशासन ने बंधक बनाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बेटे के मिलने की खबर जब मां और बहन को लगी तो वे पंजाब पहुंच गए। जब वह बेटे से मिली तो भावुक हो गई। बहन और मां बस रोती रही।