हरिद्वार 14 जनवरी कड़ाके की सर्दी के बावजूद तीर्थ नगरी हरिद्वार में हर की पैड़ी पर भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई और जनेऊ, मुंडन, नामकरण जैसे मंगलकारी कार्य संपन्न किए मकर सक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं और उत्तरायणी पर्व शुरू हो जाता है जिसका उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष महत्व है उत्तरायणी में सूर्य भगवान दक्षिणायन से उत्तर दिशा यानी उत्तर की ओर प्रवेश करते हैं और इसलिए इस पर्व को उत्तरायणी कहते हैं और इस दिन से मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं भीष्म पितामह ने अपने प्राणों का त्याग करने के लिए सरसैया पर 6 महीने बिताए और उत्तरायण का इंतजार किया उत्तरायण में मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है और मनुष्य स्वर्ग प्राप्त करता है मकर सक्रांति को खिचड़ी पर्व भी कहा जाता है आज के दिन उड़द की दाल और चावल की खिचड़ी बनाई जाती है गुड और तिल का भोग लगाया जाता है और सूर्य की पूजा की जाती है आज लोगों ने बड़े श्रद्धा भाव से उड़द की दाल, चावल ,गुड़ और तिल जरूरतमंदों को दान किया
हरिद्वार कड़ाके की सर्दी के बावजूद मकर सक्रांति के दिन गंगा तट पर पहुंचे श्रद्धालु, गंगा तट पर श्रद्धालुओं का जमघट
