पित्त जब दूषित होता है तब कई रोगो को जन्म देता है, जिसमें माईग्रेन, बालांे का गिरना, पसीना ज्यादा आना, नींद ना आना, वगैरहा जैसी कई और बिमारी को जन्म होता है।
पित्त के कारण या माईग्रेन के कारण या अन्य किसी भी कारण से होने वाली अनिंद्रा का सफल ईलाज को अपनाकर आप लोग भी सटिक रिजल्ट पायेंगे
अनुभूत योग
शतावर जड 100 ग्राम
ब्राम्ही 50 ग्राम
शंखपुष्पी 50 ग्राम
जटामांसी 50 ग्राम
पीपलिमूल 50 ग्राम
प्रवाल पिष्टि 20 ग्राम
ऊपर बताये गयी औषधि को पंसारी से लाकर बारिक कूटकर सबको मीक्स कर दें। चूर्ण बनाकर कांच की बोटल मे भर दे।
खूराक मात्रा
रोज रात सोने से 30 मिनट पहले ये चूर्ण आधा चम्मच से लेकर 1 चम्मच तक दूध के साथ लें।
अनिंद्रा का अन्य उपचार
पित्त प्रकृत्ति वाले एवं जिसका पित्त दूषित हुआ है, वो लोग, एवमं् नींद लाने के लिए रोज भृंगराज तैल की मालिश कपाल पर करे।
तलवों पर गाय का घी लगाकर 5 मिनट मालिश करने से भी अच्छी नींद आती है।