बसंत पंचमी के दिन बद्रीनाथ धाम के कपाट तिथि घोषित की जाएगी। देवभूमि उत्तराखंड में बहुत सारे सिद्ध मंदिर है। जिनके दर्शन के लिए पुरे वर्ष भक्तों का आवागमन लगा रहता है। सनातन धर्म के चार धामों में से एक धाम बद्रीनाथ उत्तराखंड में स्थित है। बद्रीनाथ धाम के कपाट साल में 6 महीने के लिए बंद किए जाते है और 6 महीने के लिए कपाट खोल दिए जाते हैं।
इस पवित्र धाम के कपाट खोलने का समय समीप है। और आप को बता दें कि धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बसंत पंचमी के शुभ दिन के अवसर पर नरेंद्र नगर में 14 फरवरी के दिन बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित कि जाएगी।बसंत पंचमी के धार्मिक पर्व पर भगवान श्री बदरी विशाल का तेल कलश को परम्परा अनुसार नरेश राज दरबार टिहरी से नरेंद्र नगर पंहुचाया जाता है।
धार्मिक केन्द्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने बताया कि तेल कलश को 11 फरवरी को जोशीमठ से पाण्डूकेशर ले जाया गया। पाण्डूकेशर से पूजा अर्चना के पश्चात 12 फरवरी को लक्ष्मी-नारायण मंदिर ले गए। लक्ष्मी-नारायण मंदिर में तेल कलश कि पूजा अर्चना करने के पश्चात 13 फरवरी को तेल कलश ऋषिकेश पहुंचाया जाएगा। और बसंत पंचमी के दिन 14 फरवरी नरेंद्र नगर में गाडूघड़ा की मौजूदगी में बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित कि जाएगी। यह घोषणा राजा मनुजेंन्द्र शाह द्वारा कि जाएगी।