स्मार्ट सिटी विकास एवं नवाचार में वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की), इंचियोन फ्री इकोनॉमिक ज़ोन अथॉरिटी (आईएफईजेड), दक्षिण कोरिया और वर्ल्ड स्मार्ट सिटीज़ फोरम (डब्ल्यूएससीएफ), यूनाइटेड किंगडम ने एशिया में स्मार्ट इनोवेशन हब के विकास के लिए एक सहयोगी ढांचा स्थापित करने हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
आईआईटी रुड़की के ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन सेंटर में आयोजित ‘सर्वोत्तम उत्तर प्रदेश’ कार्यक्रम में आईआईटी रुड़की के उप निदेशक प्रो. यूपी सिंह की उपस्थिति में दक्षिण कोरिया के इंचियोन फ्री इकोनॉमिक जोन अथॉरिटी (आईएफईजेड) के आयुक्त श्री वोन-सोक यूं, वर्ल्ड स्मार्ट सिटीज फोरम यूके के अध्यक्ष श्री जेवन पीटर चुन और आईआईटी रुड़की के कुलशासक प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श प्रो. अक्षय द्विवेदी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
यह ऐतिहासिक साझेदारी तीन वैश्विक रूप से मान्यता प्राप्त संस्थानों को एक साथ लाती है, जिनका नवाचार, स्थिरता एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से शहरी परिवर्तन को आगे बढ़ाने का साझा दृष्टिकोण है। यह पहल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की भारत को नवाचार, स्थिरता और समावेशी विकास में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। विकसित भारत @2047 के दृष्टिकोण के तहत, स्मार्ट शहर एक विकसित एवं लचीले भविष्य के लिए तैयार भारत के निर्माण खंड हैं। जैसे-जैसे भारत वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है, स्मार्ट सिटी मिशन ऐसे स्केलेबल शहरी मॉडल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो भारतीय मूल्यों और समावेशिता में निहित रहते हुए दुनिया को प्रेरित करते हैं। यह सहयोग आईआईटी रुड़की की ‘सुधार, प्रदर्शन एवं परिवर्तन’ के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, जिससे हर शहर एक मजबूत, स्मार्ट और अधिक आत्मनिर्भर भारत में योगदानकर्ता बन सके और भविष्य के लिए तैयार ऐसे शहर बन सकें जो नागरिकों को सशक्त बनाएं और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाएं।
सहयोग समझौते के अंतर्गत:
• आईआईटी रुड़की ज्ञान भागीदार के रूप में कार्य करेगा, जो स्मार्ट इनोवेशन हब के आधारभूत ढांचे को आकार देने के लिए इंजीनियरिंग, शहरी नियोजन एवं उभरती प्रौद्योगिकियों में अपनी अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान क्षमताओं और विशेषज्ञता का योगदान देगा।
• दक्षिण कोरिया के सबसे उन्नत आर्थिक क्षेत्रों में से एक, आईएफईज़ेड, स्मार्ट सिटी समाधानों को संचालित करने और लागू करने के लिए बुनियादी ढाँचा, नीति सुविधा और नवाचार-अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करेगा।
• लंदन स्थित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक, वर्ल्ड स्मार्ट सिटीज़ फ़ोरम, यह सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन, वैश्विक नेटवर्किंग और सर्वोत्तम अभ्यास प्रदान करेगा कि यह पहल अंतरराष्ट्रीय स्मार्ट सिटी मानकों और स्थिरता लक्ष्यों के साथ संरेखित हो।
स्मार्ट इनोवेशन हब को सहयोगात्मक अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास, स्टार्टअप इनक्यूबेशन और नीति नवाचार के लिए एक अखिल एशियाई मंच के रूप में देखा जाता है, ताकि क्षेत्र में शहरी केंद्रों की उभरती जरूरतों को पूरा किया जा सके। इसका उद्देश्य शहरी गतिशीलता, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट बुनियादी ढांचे, डिजिटल शासन एवं नागरिक जुड़ाव जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक समाधानों को बढ़ावा देना है और पारंपरिक शहरी स्थानों को प्रगति के इंजन में बदलना है जो ‘श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाता है – एक ऐसा भारत जो शासन, बुनियादी ढांचे और जीवन की गुणवत्ता में उत्कृष्ट है। संस्थान दक्षिण कोरिया के इंचियोन में सोंगडो इंटरनेशनल सिटी में एक प्रयोगशाला भी बनाएंगे।
श्री सुनील कुमार शर्मा, माननीय आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार “यह सहयोग एक समय पर और रणनीतिक पहल है जो हमारे प्रधानमंत्री के डिजिटल रूप से सशक्त एवं आर्थिक रूप से जीवंत उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होती है। ज्ञान भागीदार के रूप में आईआईटी रुड़की के साथ, यह हब अकादमिक-उद्योग-सरकारी सहयोग के एक प्रकाशस्तंभ के रूप में कार्य करेगा और उत्तर प्रदेश इस परिवर्तनकारी यात्रा में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। यह हमारे माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के स्मार्ट, सुरक्षित और नागरिक-केंद्रित शहरी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। उत्तर प्रदेश सरकार इस पहल का स्वागत करती है और इसे वैश्विक निवेश को आकर्षित करने, डिजिटल उद्यमिता को बढ़ावा देने और हमारे राज्य में भविष्य के लिए तैयार शहरों के लिए एक मजबूत नींव रखने के एक जबरदस्त अवसर के रूप में देखती है।”
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भाग लिया और कहा, “यह सहयोग आईआईटी रुड़की के लिए एक वैश्विक आंदोलन में योगदान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है, जो सतत शहरी विकास के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाता है और एक बहु-वर्षीय पहल की शुरुआत का प्रतीक है, जिससे पूरे एशिया में सीमा पार नवाचार, शैक्षणिक-उद्योग सहयोग और स्केलेबल इनोवेटिव सिटी परियोजनाओं को बढ़ावा मिलने की आशा है।”
आईएफईजेड के आयुक्त श्री यून वोन-सोक ने टिप्पणी की, “आईआईटी रुड़की और डब्ल्यूएससीएफ जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ मिलकर हम एशिया के स्मार्ट सिटी इकोसिस्टम में परिवर्तनकारी विकास के लिए मंच तैयार कर रहे हैं। यह पहल इंचियोन को क्षेत्र में स्मार्ट नवाचार का केंद्र बनाएगी। हम वैश्विक समझौतों के माध्यम से अपने स्मार्ट सिटी मॉडल का विस्तार करना जारी रखेंगे”
वर्ल्ड स्मार्ट सिटीज फोरम के अध्यक्ष श्री जेवोन पीटर चुन ने कहा, “यह त्रिपक्षीय सहयोग लचीले, समावेशी और तकनीकी रूप से उन्नत शहरों के निर्माण के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य शहरी जीवन के भविष्य को फिर से परिभाषित करना है।
हस्ताक्षर समारोह में भारत सरकार के पीएसए कार्यालय में रणनीतिक गठबंधन की निदेशक डॉ. सपना पोती, कोया न्यूक्लियर के प्रबंध निदेशक श्री सूरज अरोड़ा, एआईसीटीई के संयुक्त सचिव और सीसीओ डॉ. बुद्ध चंद्रशेखर, केन्या गणराज्य के किसुमू काउंटी के वित्त एवं नियोजन मंत्री जॉर्ज ओकोंगो, पापस्वैप सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी के प्रबंध निदेशक श्री दिव्यांशु शुक्ला, सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. जू यंग सूप और वर्ल्ड स्मार्ट सिटीज फॉर्म, इंडस्ट्री पार्टनर्स और इन्वेस्ट यूपी के अन्य सम्मानित अतिथि उपस्थित थे।