शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने घोषणा की है कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को ईट राइट अभियान से जोड़ा जाएगा। उन्होंने यह बात खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग, भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण और शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार को आयोजित ईट राइट कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान कही।
रावत ने इस बात पर जोर दिया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छ, सुरक्षित और पौष्टिक भोजन तक पहुंच भी महत्वपूर्ण है। इसे हासिल करने के लिए राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को ईट राइट अभियान में शामिल किया जाएगा और इन स्कूलों में कैंटीन संचालकों और रसोइयों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य स्वच्छ भोजन प्रणाली स्थापित करके स्कूलों को ईट राइट परिसरों में बदलना है। मिड-डे मील योजना के तहत अब स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक ईट राइट थाली परोसी जाएगी, जिसमें बाजरा और स्थानीय व्यंजन शामिल होंगे। रावत ने कहा कि पोषक तत्वों से भरपूर ये भोजन विभिन्न बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है, खासकर तपेदिक से निपटने में प्रभावी है।
उन्होंने कहा कि उचित पोषण के बारे में जागरूकता को और बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में समय-समय पर ईट राइट अभियान लागू किया जाएगा और सभी स्कूलों में स्वास्थ्य और कल्याण राजदूतों की नियुक्ति की जाएगी। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को एफडीए के सहयोग से मिशन-संचालित तरीके से रसोइयों के लिए खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने वाले स्कूलों के लिए वर्ष 2025 तक ईट राइट स्कूल प्रमाणन प्राप्त करने का भी निर्देश दिया।