हरिद्वार 7 दिसंबर।
परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा जी की जन्म शताब्दी एवं पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य श्री की साधना के 100 वर्षों के जीवित प्रमाण दिव्य अखंड दीप शताब्दी समारोह की तैयारियों में जुटा अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज का प्रत्येक सदस्य, वर्तमान में श्रमयज्ञ और पवित्र कर्तव्य के अद्भुत समन्वय का परिचय दे रहा है। इसी क्रम में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के सैकड़ों साधकों ने सप्त सरोवर क्षेत्र के कई घाटों में वृहत स्तर पर सफाई अभियान चलाया। यह अभियान प्रशासन के आवाहन पर किया गया।
शांतिकुंज अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन एवं व्यवस्थापक श्री योगेन्द्र गिरि के नेतृत्व में शांतिकुंज के चार सौ से अधिक पीतवस्त्रधारी साधकों ने वृहत स्तर पर सफाई अभियान चलाया। सफाई अभियान हरिद्वार के उत्तरी क्षेत्र के पाण्डव घाट, गोस्वामी गणेशदत्त घाट और परशुराम घाट पर गंगा के तटों एवं घाटों पर चलाया गया। इस दौरान साधकों ने कई टन कूडा-कचरा सहित गंगा के प्रवाह के बीच आने वाली झाडिय़ों को हटाया। जिसे नगर पालिका के वाहन से निस्तारण हेतु भेजा गया।
व्यवस्थापक श्री गिरि ने कहा कि कभी कौशल राज्य का हिस्सा रहा हरिद्वार का पौराणिक महत्व है। माता पार्वती यहाँ कठोर तप साधना की है। वर्तमान में हरिद्वार नगरी को स्वच्छ व सुंदर बनाने का प्रयास प्रशासनिक स्तर पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में प्रशासन के आवाहन पर शांतिकुंज के साधकों ने गंगा घाटों, गंगा तटों पर वृहत स्तर पर सफाई अभियान चलाया। इस अभियान अंतेवासी कार्यकर्ताओं के सहित विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में आये भाई बहिनों ने भी जमकर पसीना बहाया। उन्होंने बताया कि सफाई अभियान के लिए तीन घाटों को अलग अलग सेक्टर में बाँटा गया था, जहाँ श्री मंगल सिंह गढ़वाल, अजय त्रिपाठी, प्रेमलाल बिरला के नेतृत्व में टीम जुटी थी। उन्होंने बताया कि राजा दक्ष की नगरी कनखल के निकट बैरागी द्वीप में आगामी जनवरी माह में शताब्दी समारोह की तैयारियाँ चल रही है, यहाँ भी शांतिकुंज के सैकड़ों साधक श्रमदेवता की आराधना में जुटे हैं।
शांतिकुंज के सैकड़ों साधकों ने किया गंगा घाटों की वृहत सफाई, कई टन कचरा हटाया

