Turkey-Syria: ‘जाको राखे सईंया मार सके ना कोय’,छोटी बच्ची दबे हुए  मलबे से बोली

तुर्किये और सीरिया..के हालत देखकर और खबरों में पढ़कर सभी हैरान और गमजदा  हैं। शायद ही किसी अन्य देश में इस वक्त बुरे हालत होंगे।  बीते सोमवार छह फरवरी की सुबह यहां भूकंप ने ऐसी तबाही मचाई है कि दुनियाभर दहशत में  है।  चंद मिनटों में दोनों देशों में बड़ी सी बड़ी इमारतें, सड़कें, पुल ताश के पत्तों की तरह नीचे ज़मीन में मिल गयीं। भूकंप को जबकि 4  दिन बीत गए हैं लेकिन दोनों देशों के हालात में कुछ खास फर्क नहीं आया। चीख-पुकार की वो आवाजें, जो भूकंप वाले दिन दोनों देशों में गूंज रहे थे। मानों वक्त के साथ-साथ अब वो थमने लगे हों। अब तक मलबों के ढेर से 15 हजार से ज्यादा लाशें बाहर निकली हैं और आगे भी ये रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।80 हजार से ज्यादा घायलों को बाहर निकाला जा चुका है।

अभी बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी है, जो मलबों के ढेर में फंसे हैं। इनमें कुछ जिंदा हैं, तो बहुतों की मौत से संघर्ष करते हुए मौत को हासिल हुए होंगे। अब मलबे के ढेर से निकलेगा तो बस उनका शव। लेकिन इस पूरे भयावह द्रष्टा और घटना के बीच भगवान की नज़र का एक बड़ा प्रमाण भी सामने आया है,जिसमें एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें इस मलबे में दबे दो बच्चे किस तरह से मौत को मात दे रहे है लोग देखकर हैरान रह गए हैं। 

जिसमें एक बच्ची अपने छोटे करीब 1 साल के भाई के साथ भारी मलबे में  दबी थी और कह रही थी की “हमें ज़िंदा बाहर निकाल लो जिंदगी भर ग़ुलामी करूंग़ी !”इसके लावा भगवान् का करिश्मा एक और हुआ जहां  मलबे में फंसी एक गर्भवती महिला ने नवजात को जन्म दिया। 

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