अदालत ने बीते दिन सोमवार को कहा कि वह यह समझने में असमर्थ है कि केजरीवाल का परिवार उन्हें भोजन में आम, मिठाइयां और आलू-पूरी क्यों भेज रहा है, जबकि यह चिकित्सकीय रूप से निर्धारित आहार के अनुरूप नहीं है। केजरीवाल मधुमेह के रोगी हैं और चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा निर्धारित भोजन की कोई इजाजत नहीं हैं। अदालत ने एक अप्रैल को एक आदेश पारित कर केजरीवाल को उनके स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए जेल में घर का बना खाना खाने की इजाजत दी थी। इसके बाद, यह पता चला कि घर का बना खाना कई बार मेडिकल टीम द्वारा निर्धारित आहार से अलग था।
विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने ऐसे खाद्य पदार्थों की अनुमति देने के लिए जेल अधिकारियों से भी सवाल किया जो उनके आदेश और चिकित्सा नुस्खे का हिस्सा नहीं थे। अदालत ने कहा कि जेल अधिकारियों को उसके घर से मिलने वाले भोजन के बारे में पूरी जानकारी थी, उन्होंने न तो आदेश का अनुपालन न करने को अदालत के ध्यान में लाया और न ही यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम उठाया कि वह अपने चिकित्सक द्वारा निर्धारित नहीं किए गए खाद्य पदार्थों का सेवन न करे।