उत्तराखंड में एशिया के सबसे बड़े बांध की टिहरी झील को वॉटर एडवेंचर स्पोर्टस का हब बनाया जा रहा हैं ताकि टिहरी झील को पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर अलग पहचान मिल सके। अब दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को टिहरी झील में क्रूज भी तैरता हुआ नजर आएगा जो पर्यटकों के लिए लहरों पर एक नए रोमांच का सफर होगा। साहसिक खेलों के शौकीन टिहरी झील में नए साल में फ्लोटिंग हट्स के बाद झील में चलते फिरते क्रूज बोट में रात बिता कर पर्यटन गतिविधियों का आनंद उठा सकेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड पर्यटन विभाग के सहयोग से टिहरी झील में इन दिनों 12 कमरों के क्रूज बोट का निर्माण अंतिम चरण में है। वर्तमान में क्रूज में जरूरी सुविधाएं जुटाने से लेकर रंग रोगन का कार्य किया जा रहा है। क्रूज बोट में आधुनिक सुविधा युक्त 12 कमरे, रेस्टोरेंट, शौचालय निर्माण बनाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि करीब साढ़े सात करोड़ की लागत से बन रहे क्रूज का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा जिसके बाद नए साल में क्रूज बोट पर्यटकों की सुविधा के लिए शुरू हो जाएगा। क्रूज में पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं मिलेगी। साथ ही क्रूज में विभिन्न तरह के गढ़वाली, देशी-विदेशी व्यंजन भी पर्यटकों को परोसे जाएंगे।
गौरतलब है कि टिहरी झील में 2014-15 में बोटिंग सेवा शुरू हुई थी। वर्तमान में पैरासेलिंग, बनाना राइडिंग, स्पीड बोट, जेट स्की, जॉर्बिंग, वाटर रोलर, वाटर स्कूटर समेत 100 से अधिक बोट संचालित की जा रही है। पिछले साल से टिहरी झील में पैरासेलिंग बोट का भी सफल ट्रायल होने के बाद पैरासेलिंग बोट पर्यटकों के लिए एक नया एडवेंचर बन चुका है और इसकी मांग भी खूब बढ़ी है। अब झील में क्रूज उतारने की तैयारी चल रही है। आधुनिक सुविधा युक्त बोटों का अभी भी अभाव बना हुआ था लेकिन अब टाडा (टिहरी झील विशेष क्षेत्र पर्यटन प्राधिकरण) की पहल पर क्रूज बोट टिहरी झील में भी जल्द उतारेगा।